Friday, July 23, 2010

सार्थक और चांद जैसी पत्नी...

शरारती सार्थक ने एक दिन अपने पिता से कहा, "पापा, मैं बड़ा होकर चांद जैसी लड़की से शादी करूंगा..."

पिता ने बेटे के भोलेपन पर खुश होते हुए कहा, "चांद जैसी सुंदर लड़की से शादी करने के लिए तुम्हें खूब कामयाब इंसान बनना होगा, इसलिए जमकर पढ़ाई करना, बेटे..."

सार्थक ने कुटिल मुस्कुराहट के साथ तपाक से जवाब दिया, "चांद जैसी का मतलब सुंदर लड़की नहीं है, पापा... चांद जैसी से मेरा मतलब था, जो रात को आए, सुबह चली जाए..."

1 comment:

  1. होनहार बिरवान के होत चीकने पात :-)

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