Thursday, July 22, 2010

पापा-बेटा, और कॉन्डोम के पैकेट...

एक व्यक्ति अपने 12-13-वर्षीय बेटे के साथ दवा की दुकान में पहुंचता है, और अचानक उसके बेटे की नज़र वहां डिस्प्ले में लगे हुए कॉन्डोम के पैकेटों पर जाती है...

बेटा पूछ बैठता है, "पापा, यह क्या चीज़ है...?"

पिता एक पल ठिठकता है, और सोचता है कि अब बेटे की उम्र कॉन्डोम के बारे में जानने योग्य हो गई है, सो कहता है, "इसे कॉन्डोम कहते हैं, बेटे... कॉन्डोम का प्रयोग पुरुष सुरक्षित सहवास के लिए, और गर्भनिरोधक के रूप में करते हैं..."

बेटा तपाक से कुछ याद करता हुआ बोला, "हां, हां... याद आ गया... मैंने जीव-विज्ञान की पुस्तक में इसके विषय में पढ़ा था..."

इतना कहकर बच्चा एक बार फिर कॉन्डोम की रैक की तरफ आकर्षित होता है, और वहां से तीन कॉन्डोम वाला एक पैक उठाकर पूछता है, "इसमें तीन कॉन्डोम क्यों हैं, पापा...?"

पिता ने उत्तर दिया, "यह पैक हाईस्कूल के लड़कों के लिए होता है, जो एक कॉन्डोम शुक्रवार को, एक शनिवार को, और एक रविवार को इस्तेमाल करते हैं..."

"अरे वाह... ठीक है, पापा, समझ गया..." बच्चे ने कहा, और तभी उसकी नज़र छह कॉन्डोम के पैक पर पड़ती है, और वह फिर पूछता है, "और यह छह कॉन्डोम वाला पैक किनके लिए होता है, पापा...?"

पिता ने उत्तर दिया, "यह पैक कॉलेज में पढ़ने वाले लड़कों के लिए होता है, बेटे, जो दो कॉन्डोम शुक्रवार को, दो शनिवार को, और दो रविवार को इस्तेमाल करते हैं..."

"वाह, वाह... दो-दो बार..." बच्चा उत्साहित स्वर में बोला, और अचानक उसकी नज़र 12 कॉन्डोम के पैक पर गई, तो वह बेहद हैरान-सा हो उठा, बोला, "पापा, पापा... यह 12 वाला पैक कौन इस्तेमाल करता है...?"

इस बार पिता ने एक लंबी सांस ली, और बोला, "बेटे, यह पैक विवाहित पुरुषों के लिए होता है... एक जनवरी के लिए, एक फरवरी के लिए, एक मार्च के लिए…"

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