घर में प्रवेश करते ही संता ने देखा, उसके दोनों बेटे आपस में बहस कर रहे थे...
संता ने पूछा, किस बात पर बहस कर रहे हो...?
एक बेटा बोला, पापा, हमें सौ रुपये का नोट पड़ा मिला... हमने तय किया है कि जो सबसे बड़ा झूठ बोलेगा, सौ रुपये उसी के...
संता ने अफ़सोस जताते हुए कहा, तुम लोगों को शर्म आनी चाहिए... जब मैं तुम्हारी उम्र का था, तो जानता भी नहीं था कि झूठ क्या होता है...?
बेटों ने बिना कुछ बोले सौ रुपये का नोट संता को दे दिया...

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Thursday, November 19, 2009
झूठ...
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