सार्थक अपने पिता को स्कूल के बारे में बता रहा था, बोला, "पापा, हमारी मैडम की याददाश्त बहुत कमजोर है..."
पापा ने पलटकर सवाल किया, "यह तुम कैसे कह सकते हो...?"
सार्थक ने तपाक से कहा, "हम बच्चों से वह मुंहजबानी पाठ सुनती हैं और खुद किताब लेकर पढ़ाती हैं..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Wednesday, December 09, 2009
मैडम की याददाश्त...
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