संता ने अपने दोस्त बंता को बताया, "दोस्त, चूंकि हम लोकतंत्र प्रणाली में विश्वास रखते हैं, इसलिए हमने अपने घर में भी सुख-शान्ति बनाए रखने के लिए इसी को अपना लिया है... मेरी पत्नी हमारे घर की गृहमंत्री है, और मेरी सास रक्षामंत्री... मेरे ससुर हमारे घर के विदेशमंत्री कहलाते हैं और मेरी साली को लोकसम्पर्क मंत्री कहा जाता है...
बंता ने उत्सुकता से पूछा, "...तो फिर आप शायद प्रधानमंत्री होंगे...?"
संता ने जवाब दिया, "नहीं यार, मैं तो बेचारी जनता हूं..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Monday, December 07, 2009
घर में लोकतंत्र...
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