Tuesday, January 05, 2010

जीवविज्ञान और तीन ज़रूरी बातें...

एक अध्यापक ने लड़कियों की कक्षा को जीवविज्ञान पढ़ाते हुए सवाल किया, "अब आपमें से कौन बताएगा कि मानव शरीर का कौन-सा अंग उत्तेजना की अवस्था में अपने वास्तविक आकार से 10 गुना तक बड़ा हो जाता है...?"

जब किसी ने जवाब देने के लिए हाथ खड़ा नहीं किया तो अध्यापक ने आगे की पंक्ति में बैठी सलोनी से कहा, "क्या तुम इस सवाल का जवाब दे सकती हो, सलोनी...?"

सलोनी का चेहरा शर्म से लाल हो रहा था, लेकिन खड़े होकर उसने गुस्से से कहा, "सर, आपको शर्म आनी चाहिए, ऐसे वाहियात सवाल लड़कियों से पूछते हुए... मैं इस बात की शिकायत अपने माता-पिता से ज़रूर करूंगी, जो इस मुद्दे को प्रिंसिपल साहब तक ले जाएंगे..."

बेचारे अध्यापक का चेहरा बिल्कुल उतर गया, लेकिन तभी सुरभि ने हाथ खड़ा किया, और अध्यापक के इशारा करने पर खड़े होकर बोली, "सर, मानव आंख की पुतली..."

अध्यापक ने तपाक से कहा, "शाबास सुरभि..."

और फिर अध्यापक ने पहली लड़की सलोनी की ओर घूमकर कहा, "सलोनी, मैं तुम्हें तीन ज़रूरी बातें बताना चाहता हूं... एक, तुमने अपना होमवर्क नहीं किया है... दो, तुम्हारे दिमाग में गंदगी भरी हुई है... तीन, बड़ी होकर तुम्हें बहुत निराशा होने वाली है..."

2 comments:

  1. yaar, nirasha wali baat samajh me nahi aayi. anmol.kumar@live.in mera email hai.

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  2. yaar, nirasha wali baat samajh me nahi aayi. anmol.kumar@live.in mera email hai.

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