हमारे गुप्ता जी अपनी कंजूसी के लिए जाने जाते हैं, जिनसे जुड़े कुछ चुटकुले मेरी मित्र पूजा गोयल ने मुझे भेजे थे... सो, आज से यह नई शृंखला 'गुप्ता जी' शुरू कर रहा हूं... आशा करता हूं, आप पसंद करेंगे...
गुप्ता जी (फल वाले से) : यह केला क्या भाव से बेच रहे हो...?
फल वाला : एक रुपये का एक...
गुप्ता जी : 60 पैसे का देगा...?
फल वाला : 60 पैसे में सिर्फ छिलका मिलेगा...
गुप्ता जी : यह ले 40 पैसे, छिलका रख ले, केला दे दे...
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Monday, August 02, 2010
गुप्ता जी और फल वाला...
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विवेक रस्तोगी
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मुझे कंजूस बनिए के सभी चुटकुले बेहद अच्छे लगे | आप भी बनिए है लेकिन शायद कंजूस नहीं है |
ReplyDeleteधन्यवाद, नरेश भाई, चुटकुलों के लिए भेजे गए प्रशंसा के शब्दों के लिए...
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