जीवविज्ञान की कक्षा में मैडम ने सभी बच्चों से कहा, "अब आप लोगों को इन पक्षियों के पैर देखकर इनके नाम बताने होंगे..."
सभी बच्चे एक लाइन में खड़े हो गए...
पहला बच्चा सार्थक था, सो, मैडम ने पंजों को छोड़कर कपड़े से लिपटा हुआ एक पक्षी दिखाकर सार्थक से कहा, "अब तुम इस पक्षी का नाम बताओ..."
सार्थक ने जवाब दिया, "मैडम, मैं नहीं जानता..."
इस पर मैडम ने कहा, "तुम इतना भी नहीं जानते, मैं तुम्हें फेल करती हूं, अपना नाम बताओ..."
सार्थक तपाक से बोला, "मेरे पैर देख लो, और नाम जान लो..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Wednesday, December 02, 2009
पैर और नाम...
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मस्त है :-)
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