Wednesday, December 02, 2009

कांटे का सेल्समैन...

एक लड़का एक बहुत बड़े डिपार्टमेंट स्टोर में सेल्समैन की नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया, लेकिन मैनेजर ने उसे अंग्रेज़ी नहीं आने की वजह से रिजेक्ट कर दिया...

लड़के को खुद पर बहुत भरोसा था, सो, वह मैनेजर से बोला, "सर, आप मुझे एक महीने के लिए ट्रायल पर रख लीजिए... यदि मैं अंग्रेजी बोलने वालों से ज़्यादा बिक्री न कर पाऊं, तो मुझे तनख्वाह मत दीजिएगा, और निकाल दीजिएगा..."

मैनेजर को उसकी बात जंची, और उसे नौकरी पर रख लिया गया...

फिर क्या था...

अगले ही दिन से स्टोर की बिक्री दिन-दूनी-रात-चौगुनी बढ़ने लगी...

एक ही सप्ताह में बात स्टोर के मालिक तक पहुंची, तो वह खुद को रोक न सका, और इस चमत्कारी सेल्समैन को देखने चला आया...

वहां पहुंचकर उसने देखा कि लड़का एक ग्राहक को मछली पकड़ने का कांटा बेच रहा था...

मालिक थोड़ी दूर पर खड़ा होकर चुपचाप देखने लगा...

ग्राहक ने कांटा खरीदने की हामी भर दी, तो लड़के ने तपाक से कहा, "सर, इतने महंगे जूते पहनकर मछली पकड़ने जाएंगे तो ये खराब हो जाएंगे... एक काम कीजिए, एक जोड़ी सस्ते जूते भी खरीद लीजिए..."

ग्राहक ने जूते भी खरीद लिए, तो लड़का बोला, "तालाब के किनारे आपको धूप में बैठना पड़ेगा... एक टोपी, और छतरी भी ले लीजिए..."

ग्राहक ने टोपी भी खरीद ली, तो लड़का बोला, "मछली पकड़ने में भगवान जाने आपको कितना समय लग जाए, कुछ खाने-पीने का सामान भी साथ ले जाएंगे तो बेहतर होगा..."

ग्राहक ने बिस्कुट, नमकीन, और पानी की बोतलें भी खरीद लीं...

अब लड़का बोला, "मछली पकड़ लेंगे तो घर कैसे लाएंगे... एक टोकरी भी तो लीजिए, सर..."

ग्राहक ने टोकरी भी खरीद ली, और हज़ारों रुपये का बिल देकर चला गया...

मालिक यह सब देखकर बहुत खुश हुआ, और लड़के को अपने पास बुलाकर बोला, "यार, तुम तो कमाल के आदमी हो... जो आदमी केवल 500 रुपये का मछली पकड़ने का कांटा खरीदने आया था, उसे तुमने 5000 रुपये से भी ज़्यादा का सामान बेच डाला..."

लड़के ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "कांटा खरीदने नहीं, सर, वह आदमी तो अपनी पत्नी के लिए सैनेटरी नैपकिन खरीदने आया था, सो, मैंने ही उसे कहा, अब चार दिन तू घर में बैठा-बैठा क्या करेगा, मछली पकड़ने चला जा..."

1 comment:

  1. मजा आ गया। बहुत बढ़िया

    ReplyDelete

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

कौन हूं मैं...

मेरी पहेलियां...

मेरी पसंदीदा कविताएं, भजन और प्रार्थनाएं (कुछ पुरानी यादें)...

मेरे आलेख (मेरी बात तेरी बात)...