Wednesday, December 09, 2009

पत्नी और समाज सेवा...

नवविवाहित नेता संता सिंह की पत्नी के मायके चले जाने के बाद उसके दोस्त उसे छेड़ते रहते थे, "तुम यहां और बीवी मायके में... यह क्या बेवकूफी की, दोस्त... सबसे बड़े समर्थक को ही खुद से दूर कर दिया..."

संता ने दुखी होकर एक दिन दोस्त को जवाब दे दिया, "मैं अपनी पत्नी को समाज सेवा के लिए वहां छोड़कर आया हूं..."

दोस्त ने तुर्की-ब-तुर्की जवाब दिया, "सच हो गया तो...?"

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