नवविवाहित नेता संता सिंह की पत्नी के मायके चले जाने के बाद उसके दोस्त उसे छेड़ते रहते थे, "तुम यहां और बीवी मायके में... यह क्या बेवकूफी की, दोस्त... सबसे बड़े समर्थक को ही खुद से दूर कर दिया..."
संता ने दुखी होकर एक दिन दोस्त को जवाब दे दिया, "मैं अपनी पत्नी को समाज सेवा के लिए वहां छोड़कर आया हूं..."
दोस्त ने तुर्की-ब-तुर्की जवाब दिया, "सच हो गया तो...?"

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Wednesday, December 09, 2009
पत्नी और समाज सेवा...
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