संता को रोज़ रात को शराब पीकर देर से घर लौटने की आदत थी...
सहेली की सलाह पर उसकी पत्नी ने उसे डराकर सबक सिखाने के लिए चुड़ैल का भेष धरा, और संता के घर लौटने से पहले बेडरूम में छिपकर बैठ गई...
संता के अंदर घुसते ही वह चीखने और हाथ हिला-हिलाकर संता को डराने लगी...
संता ने एक बार उसे हैरानी से देखा, और फिर बोला, "तेरे भले के लिए कह रहा हूं, चली जा... वरना अगर मेरी बीवी आ गई, तो तेरी खैर नहीं..."

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Monday, December 07, 2009
शराबी संता और चुड़ैल...
कीवर्ड अथवा लेबल
Jokes,
Vivek Rastogi,
चुटकुले,
चुड़ैल,
विवेक रस्तोगी,
शराब,
संता-बंता
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment