मिर्ज़ा ग़ालिब ने कैमिस्ट की दुकान पर जाकर वहां खड़े लड़के से कहा, "भाईजान, ज़रा गिलाफ-ए-औज़ार-ए-मज़ा-ए-मोहब्बत औ' बंदिश-ए-इज़ाफा-ए-नस्ल देना..."
लड़का भौंचक्का-सा बोला, "क्या दूं आपको...?"
बगल में खड़ा लड़के का बाप बोला, "बेटे, चचा को कॉन्डोम का पैकेट दे दे..."
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