स्कूल के कुछ बच्चे क्लास छोड़कर बाहर निकल आए और गेट पर झुंड बनाकर कुछ देखने लगे...
मैडम को सूचना मिली तो बाहर आकर डांटते हुए बोलीं, "तुम सब लोग यहां क्या कर रहे हो...?"
हमेशा की तरह सार्थक ने जवाब दिया, "मैडम, दरअसल यहां एक मुर्गी अंडा दे रही है, सो, उसी को देखने के लिए यहां चले आए..."
मैडम ने फिर गुस्सा जताते हुए कहा, "इसके लिए तुम लोग पढ़ाई छोड़कर यहां चले आए... इसमें क्या खास बात है...?"
सार्थक फिर तपाक से बोला, "अगर इसमें कोई खास बात नहीं है, तो आप देकर दिखा दो..."

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Wednesday, December 09, 2009
मुर्गी का अंडा...
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