शरारती सार्थक के स्कूल में उसकी शरारतों से परेशान होकर मैडम ने कहा, "सार्थक, अगर मैं तुम्हारी मम्मी होती, तो तुम्हें दो दिन में सुधार देती..."
सार्थक ने तपाक से जवाब दिया, "ठीक है, मैडम... मैं कल पापा से सलाह-मशवरा करके आपको बताता हूं..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
भाईसाहब, ये किस्से आप गढ़कर लिखते है, या आपके बच्चे सचमुच ऐसे ही हैं... उम्मीद है, इस सवाल का बुरा नहीं मानेंगे... :-)
ReplyDeleteहा हा हा... अब इसका क्या जवाब दूं, दोस्त... वास्तव में मेरे बच्चे अभी बेहद छोटे हैं, और इस उम्र में नहीं हैं कि यह सब समझ सकें... :-)
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