एक प्रेमी युगल को कई दिन से मुलाकात का मौका नहीं मिल रहा था, सो, एक दिन वे मोहल्ले के पार्क में ही एक पेड़ के पीछे बैठकर चूमा-चाटी करने लगे...
वहां से गुज़रते एक बुजुर्ग ने उनकी हरकत को देखा, और ठिठककर बोले, "अमां बरखुरदार, क्या यह हमारी तहज़ीब है...?"
लड़के ने तपाक से जवाब दिया, "नहीं, नहीं चचाजान, यह तो गुप्ता जी की बेटी शकुन है..."
:))
ReplyDeleteलाहौल विला कूवत