एक काने ने किसी दो आंख वाले से शर्त बदी...
अगर मैं साबित कर दूं कि मैं तुमसे ज़्यादा देखता हूं तो 100 रुपये मेरे...
जब शर्त पक्की हो गई तो काना बोला, "लो, मैं जीत गया..."
दो आंख वाले ने पूछा, "कैसे...?"
काने ने जवाब दिया, 'मैं तुम्हारी दोनों आंखें देख सकता हूं, और तुम मेरी एक ही देख पाते हो..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Wednesday, November 25, 2009
काना और शर्त
कीवर्ड अथवा लेबल
Jokes,
Vivek Rastogi,
आंख,
काना,
चुटकुले,
विवेक रस्तोगी,
शर्त
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment