एक दिन हल्की-फुल्की बातचीत के दौरान संता सिंह ने अपनी पत्नी से पूछा, "अगर किसी दिन मुझे कुछ हो गया, तो तुम किसके पास जाकर रहोगी...?"
पत्नी ने रुआंसे होकर जवाब दिया, "कहां जा सकती हूं मैं... अपनी बहन के पास चली जाऊंगी..."
कुछ देर बाद पत्नी ने संता से पूछ लिया, "एक बात बताइए, अगर मुझे कुछ हो गया, तो आप किसके पास जाकर रहोगे...?"
संता ने तपाक से जवाब दिया, "मुझे भी भला कहां ठिकाना मिलेगा... तुम्हारी बहन के पास ही रह लूंगा..."

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Thursday, December 31, 2009
और कहां जाऊंगा...?
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