न जीने की तमन्ना, न मरने का खौफ,
द नम्बर यू हैव डायल्ड इज़ करेन्टली स्विच्ड ऑफ...
चेहरे पर है स्माइल, आंखों में टियर,
ऑब्जेक्ट्स इन मिरर आर क्लोज़र दैन दे अपीयर...
नाच मेरी बुलबुल, तुझे पैसा मिलेगा,
हम सीआईडी से हैं, कोई अपनी जगह से नहीं हिलेगा...
द नम्बर यू हैव डायल्ड इज़ करेन्टली स्विच्ड ऑफ...
चेहरे पर है स्माइल, आंखों में टियर,
ऑब्जेक्ट्स इन मिरर आर क्लोज़र दैन दे अपीयर...
नाच मेरी बुलबुल, तुझे पैसा मिलेगा,
हम सीआईडी से हैं, कोई अपनी जगह से नहीं हिलेगा...
कितनी हलाकान परेशान थी सुबह, हाय री
ReplyDeleteले के आई मुस्कान तेरी भयंकर पीजे शायरी
शुक्रिया, रवि रतलामी जी... :-)
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