संता सिंह दफ्तर की खूबसूरत स्टेनो को बांहों में समेटे उसके कानों में शहद घोल रहा था, "तुम मेरा प्रेम हो... मेरी रूह हो... मेरे प्राण हो... मेरा जीवन हो... मुझे तुमसे इतनी मोहब्बत है, इतनी मोहब्बत है कि..."
स्टेनो बेहद उत्साहित हो उठी, और उसने बीच में टोकते हुए संता से पूछा, "इसका मतलब तुम मुझसे शादी करने के लिए तैयार हो...?"
संता ने सिर पीटकर कहा, "तुम लड़कियों में यही सबसे बड़ी खराबी होती है, झट से टॉपिक बदल देती हो..."

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Showing posts with label टॉपिक. Show all posts
Showing posts with label टॉपिक. Show all posts
Friday, December 11, 2009
बदल दिया टॉपिक...
कीवर्ड अथवा लेबल
Jokes,
Vivek Rastogi,
चुटकुले,
टॉपिक,
प्रेमी-प्रेमिका,
विवेक रस्तोगी,
संता-बंता
Subscribe to:
Posts (Atom)