एक कुएं के बारे में मशहूर था कि उसमें सिक्का डालकर दुआ करने से मन की मुराद पूरी हो जाती है...
एक पति-पत्नी भी कुएं पर जा पहुंचे...
पहले पति ने सिक्का डाला और कुएं में झांककर कुछ बुदबुदाया...
फिर पत्नी सिक्का डालकर ज्यों ही झुकी, संतुलन बिगड़ने के कारण कुएं में जा गिरी...
पति शांत स्वर में बोला, "हे भगवान, ऐसी मान्यताओं पर अब मुझे विश्वास करना ही पड़ेगा..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Friday, December 11, 2009
कुआं, सिक्का और मुराद...
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