संता, बंता और जंता एक ही ऑफिस में काम करते थे...
उनका बॉस रोज़ाना ऑफिस से जल्दी निकल जाता था, सो, एक दिन बंता और जंता ने सोचा कि बॉस के जाते ही वे तीनों भी निकल लेंगे…
संता डर रहा था, सो, बोला, "नहीं यार, मैं नहीं जाऊंगा… बॉस को पता चल गया तो...?"
बंता और जंता ने समझाया, "यार, बॉस एक बार ऑफिस से जाने के बाद कभी लौटकर नहीं आते, सो, हम कैसे पकड़े जा सकते हैं..."
अब संता भी तैयार हो गया...
अगले दिन जैसे ही बॉस ऑफिस से निकला, तीनों भी चल दिए...
बंता घर जल्दी पहुंचा, और बीवी के साथ पकोड़े खाए, चाय पी, और फिल्म देखने चला गया...
जंता भी घर पहुंचते ही बीवी के साथ शॉपिंग करने निकल लिया...
उधर जैसे ही संता घर पहुंचा, बेडरूम से कुछ आवाज़ें आ रही थीं...
उसने चुपके-से दरवाज़ा खोला और अपनी बीबी को बॉस के साथ हमबिस्तर पाया...
उसने धीरे-से दरवाज़ा बंद कर दिया, और घर से बाहर निकल लिया, और रात-भर हैरान-परेशान-सा सड़कों पर भटकता रहा, और सुबह वैसे ही दफ्तर पहुंच गया...
अगले दिन भी बॉस ऑफिस से जल्दी निकला...
बंता और जंता उसके पास आए और बोले, "जल्दी चल, यार... बॉस गए, हम भी चलते हैं..."
संता एकदम चीखा, "सालों, मैं नहीं जाऊंगा... कल भी तुम दोनों की वजह से मैं पकड़े जाने से बाल-बाल बचा हूं..."

चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
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Wednesday, November 25, 2009
यार, बॉस ने पकड़ लिया तो...
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