Showing posts with label वक्त. Show all posts
Showing posts with label वक्त. Show all posts

Tuesday, July 13, 2010

सार्थक और प्यार का वक्त...

एक मित्र ने शरारती सार्थक से बातचीत के दौरान पूछा, "यार सार्थक, किसी को प्यार कब होता है...?"

शरारती सार्थक ने होंठों पर कुटिल मुस्कान के साथ तपाक से जवाब दिया, "जब वक्त खराब चल रहा हो, राहु-केतु की दशा ठीक न हो, शनि आपके रास्ते की बाधा बना हुआ हो, मंगल पूरी तरह आपके विरुद्ध हो, और परमपिता परमात्मा मज़े लेने के मूड में हों..."
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...

कौन हूं मैं...

मेरी पहेलियां...

मेरी पसंदीदा कविताएं, भजन और प्रार्थनाएं (कुछ पुरानी यादें)...

मेरे आलेख (मेरी बात तेरी बात)...