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Monday, August 22, 2011

शरारती सार्थक, सफल पुरुष, तथा महिला का हाथ...

अध्यापक ने कक्षा को पढ़ाया, "प्रत्येक सफल पुरुष के पीछे एक महिला का हाथ होता है... इस उक्ति से हमें क्या शिक्षा मिलती है...?"

शरारती सार्थक ने तपाक से जवाब दिया, "सर, इसका अर्थ है, भाड़ में भेजो पढ़ाई को, और एक महिला ढूंढने निकल पड़ो..."

Friday, March 04, 2011

आंटी, आप कितने साल की हो...?

शरारती सार्थक ने अपने घर आई पड़ोसन से उत्सुकतावश सवाल किया, "आंटी, आंटी, आप कितने साल की हो...?"

आंटी ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, "बेटे, जो भद्र पुरुष होते हैं, महिलाओं से उनकी उम्र नहीं पूछा करते..."

सार्थक ने अगला सवाल किया, "अच्छा, यह तो बता दीजिए, आपका वज़न कितना है...?"

आंटी ने भी फिर मुस्कुराहट के साथ जवाब दिया, "बेटे, जो भद्र पुरुष होते हैं, महिलाओं से उनका वज़न भी नहीं पूछते..."

सार्थक ने तीसरा सवाल दागा, "अच्छा, इतना तो बता दीजिए, अंकल से आपका तलाक किस वजह से हुआ था...?"

आंटी के चेहरे से मुस्कुराहट गायब हो गई, और वह बोली, "इस बात से तुम्हारा कोई लेना-देना नहीं है... चुपचाप अंदर जाओ, और पढ़ाई करो..."

सार्थक मायूस चेहरा लिए कमरे में चला गया, लेकिन अचानक उसे कुछ सूझा, और वह फिर ड्राइंग रूम में आ गया, जहां उसे आंटी का पर्स पड़ा दिखाई दिया, उसने तुरंत सबकी नज़र बचाकर उसमें हाथ डाला तो आंटी का ड्राइविंग लाइसेंस हाथ आया...

अगले ही पल सार्थक उछलता हुआ आंटी के पास गया और बोला, "अब मुझे आपके बारे में सब कुछ मालूम है... आप 35 साल की हो, आपका वज़न 70 किलोग्राम है, और अंकल ने आपको इसलिए छोड़ा था, क्योंकि सेक्स में आपको 'एफ' मिला था..."

Wednesday, December 02, 2009

महिलाओं की संतुष्टि...

कुछ कॉलेज छात्राओं का एक दल छुट्टियां मनाने समुद्रतट पर बसे एक छोटे-से शहर में गया...

वहां एक पांच-मंजिला होटल पर एक बोर्ड लगा था, "केवल महिलाओं के लिए..."

उत्सुकतावश, समूचे दल ने उसी होटल में ठहरने का निश्चय कर लिया...

होटल के मैनेजर ने उनका स्वागत करते हुए बताया, "देवियों, हमारे होटल में पांच मंजिलें हैं... प्रत्येक मंजिल की विशेषता उसकी सीढ़ियों के मुहाने पर ही लिखी हुई है... आप घूमकर देख लीजिए, और फिर जहां भी ठहरना चाहें, मुझे आकर बता दीजिए..."

पहली मंजिल पर लगे बोर्ड पर लिखा था, "इस मंजिल पर रहने वाले सभी पुरुष बेहद खूबसूरत हैं और अच्छा कमाते हैं..."

लड़कियां तुरंत अगली मंजिल की ओर बढ़ गईं...

दूसरी मंजिल पर लगे बोर्ड पर लिखा था, "इस मंजिल पर रहने वाले सभी पुरुष बेहद खूबसूरत हैं और अच्छा कमाते हैं, और वे बिस्तर में भी शानदार प्रदर्शन करते हैं..."

लड़कियां अब भी तीसरी मंजिल की ओर बढ़ गईं...

तीसरी मंजिल पर लगे बोर्ड पर लिखा था, "इस मंजिल पर रहने वाले सभी पुरुष बेहद खूबसूरत हैं और अच्छा कमाते हैं, बिस्तर में भी शानदार प्रदर्शन करते हैं, और उन्हें खाना पकाने का भी खासा अनुभव है..."

लड़कियां शायद इससे भी कुछ बेहतर चाहती थीं, सो, वे सब लगातार मुस्कुराती हुई चौथी मंजिल की तरफ बढ़ गईं...

चौथी मंजिल पर लगे बोर्ड पर लिखा था, "इस मंजिल पर रहने वाले सभी पुरुष बेहद खूबसूरत हैं और अच्छा कमाते हैं, बिस्तर में भी शानदार प्रदर्शन करते हैं, उन्हें खाना पकाने का खासा अनुभव है, और वे बच्चों के रखरखाव में भी माहिर हैं..."

यह मंजिल ठहरने की दृष्टि से पूरे दल को उपयुक्त लग रही थी, परंतु फिर उन्होंने सोचा, अब तक हर मंजिल पर पुरुषों की विशेषताएं बढ़ती आ रही हैं, सो, पांचवीं मंजिल पर इससे भी कुछ बेहतर ही होगा...
सो, पांचवीं मंजिल पर क्या है, यह जानने के लिए वे फिर सीढ़ियां चढ़ गईं...

पांचवीं मंजिल पर लगे बोर्ड पर लिखा था, "इस मंजिल पर कोई नहीं रहता है... यह मंजिल सिर्फ यह सिद्ध करने के लिए बनाई गई है कि महिलाओं को किसी भी प्रकार से संतुष्ट नहीं किया जा सकता..."
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