रसायन शास्त्र (Chemistry) की अध्यापिका कक्षा को शराब से होने वाले नुकसान के बारे में समझाने के लिए एक प्रयोग की तैयारी करती हैं, और एक गिलास पानी, एक गिलास शराब और दो कीड़े लेकर कक्षा में पहुंचती हैं...
मैडम दोनों गिलास मेज पर रखकर बच्चों से कहती हैं, "ध्यान से कीड़ों को देखते रहना, बच्चों..."
उसके बाद वह पहले कीड़े को पानी के गिलास में डाल देती हैं, जो बहुत मज़े से उसमें तैरता रहता है...
तब वह दूसरा कीड़ा उठाकर शराब से भरे गिलास में डालती हैं, जो अंदर जाते ही तड़पना शुरू कर देता है, और कुछ ही सेकंड में मर जाता है...
अब मैडम मुस्कुराते हुए कक्षा से पूछती हैं, "अब बताओ बच्चों, इस प्रयोग से हम लोग क्या सबक ले सकते हैं...?"
हमेशा की तरह शरारती सार्थक ने तपाक से जवाब दिया, "शराब पियोगे, तो कभी भी शरीर में कीड़े नहीं होंगे..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Monday, January 04, 2010
शरारती सार्थक, शराब, और कीड़े...
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Akhir sarthak ne matlab ki baat talash hi li...
ReplyDeleteआखिर, बेटा किसका है, अनीता... ;-)
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