शरारती सार्थक के लगातार ऊटपटांग सवाल करते रहने से परेशान होकर उसके पिता ने उससे कहा, "अगर मैंने भी अपने पिता से इसी तरह इतने सवाल पूछे होते, जितने तू मुझसे पूछता है, तो पता है, क्या होता...?"
सार्थक ने हमेशा की तरह तपाक से जवाब दिया, "हां, आपको मेरे कुछ सवालों के जवाब तो आ जाते...?"
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Thursday, February 18, 2010
सार्थक के सवाल...
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