सार्थक के घर में रात को चोर घुस आया, और जब वह सारा कीमती सामान इकट्ठा करके भागने लगा, अचानक सार्थक की नींद खुल गई...
चोर की यह देखकर घिग्घी बंध गई, और वह एक जगह थमककर खड़ा हो गया...
सार्थक ने भी यह देखा, और चोर से दांत पीसकर बोला, "कमीने, मेरा स्कूल बैग भी साथ लेकर जा, वरना शोर मचाकर सारे मोहल्ले को जगा दूंगा..."
चुटकुला ऐसी संज्ञा है, जिससे कोई भी अपरिचित नहीं... हंसने-हंसाने के लिए दुनिया के हर कोने में इसका प्रयोग होता है... खुश रहना चाहता हूं, खुश रहना जानता हूं, सो, चुटकुले लिखने-पढ़ने और सुनने-सुनाने का शौकीन हूं... कुछ चुनिंदा चुटकुले, या हंसगुल्ले, आप लोगों के सामने हैं... सर्वलोकप्रिय श्रेणियों 'संता-बंता', 'नॉनवेज चुटकुले', 'पति-पत्नी' के अलावा कुछ बेहतरीन हास्य कविताएं और मेरी अपनी श्रेणी 'शरारती सार्थक' भी पढ़िए, और खुद को गुदगुदाइए...
Thursday, March 18, 2010
शरारती सार्थक के घर घुसा चोर...
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